शासकीय महाविद्यालय चाम्पा सन् 1984 विज्ञान संकाय-अंतर्गत

विषय की कला प्रारंभ हुई । प्रारंभ से ही विज्ञान के विद्यार्थियों के द्वारा गणित

महसूस की जा रही थी, जिस महाविद्यालय ने सन 1982 में प्रारम्भ  कर

विद्यार्थियों को गणित विषय का अध्ययन करने का अवसर प्रदान किया, निरंतर 

इस विषय में विद्यार्थियों ने काफी अच्छी मुकाम हासिल किया है। स्नातक उत्तीर्ण विद्यार्थियों के गहरी अध्ययन  और सजगता 

का ध्यान में रखते हुए महाविद्यालय ने जनभागीदारी के अंतर्गत स्ववित्तीय योजना के अधीन एम एस जी

स्नाकोत्तर  का प्रारंभ सन 2001-2002 में संचालित किया जिसके बेहतर परिणाम आते रहे है।

वर्तमान में संस्था के प्राचार्य डॉ. बाई एन झा के कुशल मार्गदर्शन में गणित विभाग को  अच्छे परिणाम 

 प्राप्त हुएं  है। पूर्व में इस विभाग  में प्रो. दिनेश मान , प्रो. एस एम शुक्ला, एवं प्रा. श्रीमती प्रति

पुंडलिक (नियमित , सहायक प्राध्यापक श्री लेखराम देवांगन, श्री सुशील कुमार देवांगन (जनभागीदारी समिति

श्रीमती लक्ष्मी टाकुर, बीमाती निधी माँसले सांविदा महाविद्यालय में अपनी सेवाएं दे चुके है।

वर्तमान में प्रो. आर आर. साहू विभागाध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है तथा उनके सहयोगी

रूप में सहायक प्राध्यापक कु कुसुन व्यवाईत (जनभागीदारी समिति) कर रही है वर्तमान में गणित में 245 छात्रावास

गणित एक ऐसा विषय है जो मानसिक शक्तियों को प्रशिक्षित करने का अवसर प्रदान करता है और कुछ आत्मशक्ति  और नवीन जागृति उत्पन्न करने का कौशल प्रदान करता है।

गणित के अध्ययन से हमारी निरीक्षण शक्ति, तर्कशक्ति , समरण शक्ति, एकाग्रता, मौलिकता, अन्वेषण शांति

विचार एवं चिंतन  शक्ति, आत्मनिर्भरता और कठिन परिश्रम आदि सभी मानसिक शक्तियों को पूर्ण रूप से विकसित करने का अवसर प्रदान कराता  है |